जड़त्व(Inertia) क्या है ? (Jadatv Kise Kahate Hain) , जड़त्व की परिभाषा : प्रत्येक वस्तु का वह गुण जिसके कारण वह अपनी गति या विराम की अवस्था में स्वंग परिर्वतन नहीं ला सकती है अर्थात वह अपनी अवस्था को बनाकर रखती हैं , इस गुण को जड़त्व या जड़ता कहा जाता है।
कोई भी वस्तु स्वंग न तो गति की अवस्था में परिवर्तन ला सकता हैं और न ही विराम की अवस्था में परिवर्तन ला सकता है अर्थात वस्तु जिस अवस्था में हैं वह उसी अवस्था ही रहना चाहती है और ये सब वस्तु के जिस गुण के कारण संभव होता हैं वही गुण जड़त्व(Inertia) कहलाता हैं।
वास्तव में कोई भी वस्तु खुद/स्वंग कोई परिवर्तन नहीं ला सकता हैं , वह जिस अवस्था में है वह उसी अवस्था में रहना चाहती हैं जब तक उस पर कोई बाहरी बल न लग जाए अर्थात बाहरी बल के कारण ही किसी वस्तु के स्तिथि में परिवर्तन होता है अन्यथा जड़ता के कारण वह अपनी मूल अवस्था में ही रहना चाहती है। एक बात याद रखिए – किसी वस्तु की द्रव्यमान उस वस्तु की जड़त्व की माप होती हैं।
जड़त्व कितने प्रकार की होती है? – जड़त्व के प्रकार ।
जैसा की हम पहले ही गति और विराम के बारे में अध्ययन कर चुके हैं अब हम जड़त्व के प्रकार के बारे में जानेंगे । भौतिकी विज्ञान के अनुसार जड़त्व निम्नलिखित दो प्रकार के होते है।
1. गति के जड़त्व (Intearia of motion)
2. विराम के जड़त्व(Intearia of rest)
गति का जड़त्व किसे कहते हैं : गति का जड़त्व।
प्रत्येक वस्तु का वह गुण , जिसके कारण वह एक सरल रेखा में अपनी गति की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करती है , उसे गति का जड़त्व कहा जाता हैं।
इसे हम सरल भाषा में समझते हैं : जब बात गति की हो , तो हम जानते है की हर एक वस्तु एक सरल रेखा में गति करना पसंद करती हैं , न की टेढ़ा – मेढा अर्थात् प्राकृतिक रूप से वह हमेशा एक सरल पथ पर गति करेंगे। मान लेते हैं की कोई वस्तु एक सरल रेखा में गति कर रही हैं और यदि कोई बाहरी बल उनकी गति की अवस्था में परिवर्तन लाना चाहे या उसे रोकना चाहे तो स्वाभाविक रूप से उसका विरोध तो होगा क्योंकि हर एक वस्तु अपनी अवस्था में परिवर्तन का विरोध करती हैं। अतः वस्तु का वह गुण जिसके कारण वह अपनी सरल रेखीय गति की अवस्था में परिवर्तन होने का विरोध करती हैं , उस गुण को गति के जड़त्व कहा जाता है। साधारण सी बात हैं , जब आप किसी गतिमान वस्तु को रोकेंगे तो वह आपका विरोध तो करेंगे ।
विराम का जड़त्व किसे कहते हैं : विराम का जड़त्व।
प्रत्येक वस्तु का वह गुण जिसके कारण वह अपनी विरामावस्था के परिवर्तन का विरोध करती हैं , विराम का जड़त्व कहा जाता है। यदि कोई वस्तु विराम में है। तो वह विराम में ही रहना चाहेगा और यदि उसके अवस्था में परिवर्तन करना चाहे तो वह उसका विरोध करेगा , वस्तु का यही गुण विराम का जड़त्व कहलाता है।
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